एक और साउथ की फिल्म जो लम्बे समय तक साथ रहने वाली हे
फिल्म की शुरुआत से ही डायरेक्टर ने कोशिश की हे की दर्शको के दिमाग से खेला जाए और उनको पूरी सफलता मिली हे कहानी का मुख्य किरदार हे विन्सेंट पेपे कहानी इस किरदार के इर्द गिर्द घुमती हे
देखा जाए तो कहानी सब से पहले दिमाग में आती हे एक ऐसी कहानी जो अपनी सरलता से अपने आप को असाधारण बनाती हे कुछ भी अतिरिक्त नही लगता हे सब कुछ हो सकता हे यही लगा| कहने का मतलब हे कहानी की सबसे अच्छी बात इसकी वास्तविकता(realistic) हे हर एक द्रश्य चाहे वह एक्शन का हो या कॉमेडी का सब में वास्तविकता हे| सबसे ज्यादा पसंद आया करैक्टर रवि हे |
इस फिल्म का छायांकन (cinematography) बहुत खूबसूरत हे 11 मिनट के क्लाइमेक्स को इतनी सरलता से एक शूट में पूरा किया हे तब लगा की हा ये बात बनी और जब बनी तो क्या कहे
संगीत इस फिल्म का इतना अच्छा हे की पूरा जो बिल्डउप दिया गया हे हर एक द्रश्य में वो संगीत की बदौलत ही था
एक्टिंग में कहने के लिए कुछ नही हे क्योकि इतनी बढ़िया एक्टिंग वो भी पूरी कास्ट के द्वारा बहुत सराहनीय हे
निर्देशन इतना प्यारा हे की में किसी बारे में कुछ नेगेटिव नही ढून्ढ पाया हु गुडफेलास का मल्लू वर्जन कहने में कोई खराबी नही हे
एक्टिंग,राइटिंग और डायरेक्शन सब मिल के फिल्म को एक्सेप्शनल बनाती हे
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